शेयर बाजार में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली, जिसे ‘ब्लैक फ्राइडे’ के नाम से जाना जा रहा है। सेंसेक्स 1,300 अंक गिरकर 72,000 के स्तर से नीचे आ गया, जबकि निफ्टी 22,150 के नीचे पहुंच गया। इस गिरावट के पीछे वैश्विक व्यापार युद्ध (ट्रेड वॉर) की आशंकाएं और बाजार में निवेशकों का भरोसा कम होना मुख्य कारण हैं। इस गिरावट के साथ ही बाजार का कुल बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) ₹32 लाख करोड़ तक डूब गया है। यह गिरावट निवेशकों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि फरवरी महीने में अब तक बाजार का मूल्य ₹6 लाख करोड़ कम हो चुका है।
शेयर बाजार में गिरावट के मुख्य कारण
- वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाएं: अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक बाजारों को प्रभावित किया है। इसके चलते भारतीय शेयर बाजार में भी भारी गिरावट देखने को मिली।
- निवेशकों का भरोसा कम होना: बाजार में निवेशकों का भरोसा कम होने के कारण शेयरों की बिकवाली बढ़ गई है।
- मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में गिरावट: मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में 21% और 25% की गिरावट देखी गई है, जो बाजार के लिए चिंता का विषय है।
- निफ्टी 50 में गिरावट: निफ्टी 50 ने अपने ऑल-टाइम हाई से 15% की गिरावट दर्ज की है, जो पिछले 29 वर्षों में सबसे लंबी गिरावट है।
शेयर बाजार में गिरावट का असर
- निवेशकों को नुकसान: इस गिरावट के कारण निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। छोटे और मध्यम निवेशकों के लिए यह गिरावट एक बड़ा झटका है।
- बाजार पूंजीकरण में कमी: बाजार का कुल बाजार पूंजीकरण ₹32 लाख करोड़ तक डूब गया है, जो बाजार के लिए एक बड़ा नुकसान है।
- अर्थव्यवस्था पर प्रभाव: शेयर बाजार में गिरावट का असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है, क्योंकि यह निवेशकों के भरोसे को प्रभावित करता है।
शेयर बाजार में गिरावट के आंकड़े
- सेंसेक्स: सेंसेक्स 1,300 अंक गिरकर 72,000 के स्तर से नीचे आ गया।
- निफ्टी: निफ्टी 22,150 के नीचे पहुंच गया, जो पिछले 9 महीनों में सबसे निचला स्तर है।
- मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयर: मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में 21% और 25% की गिरावट देखी गई है।
- निफ्टी 50: निफ्टी 50 ने फरवरी महीने में 5% की गिरावट दर्ज की है, जो पिछले 29 वर्षों में सबसे लंबी गिरावट है।
निवेशकों के लिए सलाह
- धैर्य बनाए रखें: बाजार में गिरावट के समय धैर्य बनाए रखना बहुत जरूरी है।
- लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान दें: लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है।
- वित्तीय सलाहकार से सलाह लें: बाजार में गिरावट के समय वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना बहुत जरूरी है।
निष्कर्ष
शेयर बाजार में गिरावट निवेशकों के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन यह बाजार का एक हिस्सा है। बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है, और निवेशकों को इस समय धैर्य बनाए रखना चाहिए। अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं, तो लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान दें और वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।