UPI का उपयोग पिछले कुछ वर्षों में आम जनता के लिए बहुत ही आसान और सुविधाजनक रहा है। इसके माध्यम से बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के तुरंत पैसे ट्रांसफर किए जा सकते थे। लेकिन अब, National Payments Corporation of India (NPCI) द्वारा एक नया बदलाव किया गया है, जो सीधे तौर पर आम आदमी की जेब पर असर डाल सकता है।
NPCI की नई घोषणा
NPCI ने 16 अगस्त 2024 को बैंकों को एक सर्कुलर जारी किया, जिसमें pre-sanctioned UPI credit lines पर interchange charges लगाने की घोषणा की गई है। यह चार्ज 16 अक्टूबर 2024 से लागू होने जा रहा है। इस फैसले के बाद, बैंकों द्वारा दी जाने वाली UPI credit lines पर अब उपयोगकर्ताओं को अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा।
क्या है UPI Credit Line?
UPI Credit Line एक प्रकार का प्री-सैंक्शन क्रेडिट है, जो बैंक अपने ग्राहकों को UPI प्लेटफार्म के जरिए प्रदान करते हैं। इस क्रेडिट का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के पेमेंट्स के लिए किया जा सकता है। इसे सीधे UPI ऐप से एक्सेस किया जा सकता है, जो ग्राहकों को तुरंत पेमेंट करने की सुविधा देता है, लेकिन अब इस पर भी चार्ज लगाया जाएगा।
नए नियमों का प्रभाव
- आम उपभोक्ताओं पर असर: अब तक UPI का उपयोग करने पर किसी प्रकार का चार्ज नहीं लगता था, लेकिन नई घोषणा के बाद जिन उपभोक्ताओं के पास pre-sanctioned UPI credit lines हैं, उन्हें हर ट्रांजेक्शन पर चार्ज देना होगा। इससे खासकर वो उपभोक्ता प्रभावित होंगे, जो क्रेडिट लाइन के जरिए बड़े पैमाने पर ट्रांजेक्शन करते हैं।
- बैंक और ग्राहकों के बीच लेन-देन महंगा होगा: अब बैंकों द्वारा दी जाने वाली UPI credit lines का उपयोग महंगा हो जाएगा। ग्राहकों को हर लेन-देन पर interchange charges का भुगतान करना होगा, जो अब तक निःशुल्क था।
- व्यवसायों पर भी असर: जो व्यापारी UPI के जरिए अपने ग्राहकों से भुगतान प्राप्त करते हैं, वे भी इस नए बदलाव का सामना करेंगे। क्योंकि बैंक अपने ग्राहकों से अब इन चार्जेस की वसूली करेंगे, तो इसका असर उत्पाद और सेवाओं की कीमतों पर भी पड़ सकता है।
आम जनता को लगेगा झटका
यह कदम आम आदमी की जेब पर भारी पड़ सकता है। अब तक UPI के माध्यम से छोटे और बड़े सभी प्रकार के ट्रांजेक्शन मुफ्त थे, जिससे आम जनता को बहुत सुविधा होती थी। लेकिन interchange charges के जुड़ने से यह आसानी से सुलभ सेवा अब थोड़ी महंगी हो जाएगी।
विशेषकर, जो लोग UPI credit line का उपयोग करते हैं, उन्हें अब हर ट्रांजेक्शन के साथ जुड़ा हुआ यह अतिरिक्त शुल्क चुकाना होगा। इसका मतलब है कि आने वाले समय में UPI का उपयोग करना उतना सस्ता नहीं रहेगा, जितना अभी तक था।
चार्जेस कब से होंगे लागू?
NPCI द्वारा घोषित यह नए नियम 16 अक्टूबर 2024 से लागू हो जाएंगे। इस तारीख के बाद से सभी pre-sanctioned UPI credit line पर interchange charges लिया जाएगा। NPCI ने बैंकों को इस संबंध में आवश्यक तैयारियां करने का समय दिया है, ताकि वे अपने ग्राहकों को समय रहते इस बारे में सूचित कर सकें।
NPCI का दृष्टिकोण
NPCI के इस फैसले का उद्देश्य बैंकों को UPI credit lines प्रदान करने के लिए एक स्थिर रेवेन्यू मॉडल देना है। हालांकि, आम ग्राहकों को यह बदलाव ज्यादा आकर्षक नहीं लगेगा, क्योंकि इससे उनका लेन-देन महंगा हो जाएगा। लेकिन NPCI का मानना है कि इससे बैंकों को नई सेवाओं के विस्तार में मदद मिलेगी और ग्राहकों को बेहतर क्रेडिट सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
निष्कर्ष
UPI पर चार्ज लगाने का फैसला आम आदमी के लिए किसी झटके से कम नहीं है। अब तक यह सबसे सरल और सुलभ पेमेंट सिस्टम था, जिसे हर कोई बिना किसी चार्ज के इस्तेमाल कर सकता था। लेकिन अब NPCI के नए नियमों के तहत pre-sanctioned UPI credit lines पर interchange charges लगाए जाएंगे, जो 16 अक्टूबर 2024 से लागू होंगे।
आम आदमी को अब इस नए बदलाव के लिए तैयार रहना होगा और अपने खर्चों का ध्यान रखते हुए UPI का उपयोग करना होगा।