SBI,PNB,BOB में खाता है तो खबर देखें ! 1 मई 2025 से 4 नियमों में बड़े बदलाव

यदि आपका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), या बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) में है, तो 1 मई 2025 से लागू होने वाले निम्नलिखित चार महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में जानना आपके लिए आवश्यक है:

1. एटीएम लेनदेन शुल्क में वृद्धि

1 मई 2025 से, SBI अपने ग्राहकों के लिए एटीएम लेनदेन शुल्क में वृद्धि कर रहा है। मुफ्त मासिक लेनदेन सीमा पार करने के बाद, प्रत्येक अतिरिक्त नकद निकासी पर अब ₹23 का शुल्क लगेगा, जो पहले ₹21 था। यह वृद्धि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा एटीएम इंटरचेंज शुल्क में वृद्धि के बाद की गई है। citeturn0search1

2. न्यूनतम बैलेंस आवश्यकताओं में संशोधन

SBI, PNB, और केनरा बैंक जैसे प्रमुख बैंक 1 अप्रैल 2025 से अपने बचत खातों के लिए न्यूनतम बैलेंस आवश्यकताओं में संशोधन कर रहे हैं। नए नियमों के अनुसार, ग्राहकों को अपने खातों में न्यूनतम निर्धारित राशि बनाए रखनी होगी, अन्यथा उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता है। citeturn0search13

3. फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाओं में बदलाव

PNB ने 1 जनवरी 2025 से दो नई फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाएं पेश की हैं:

  • 303-दिन की एफडी: सामान्य नागरिकों के लिए 7% ब्याज दर।
  • 506-दिन की एफडी: सामान्य नागरिकों के लिए 6.7% ब्याज दर।

वरिष्ठ नागरिकों को इन दरों पर अतिरिक्त 0.50% का लाभ मिलेगा। citeturn0search2

बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने ‘लिक्विड एफडी’ योजना शुरू की है, जिससे ग्राहक अपनी एफडी को तोड़े बिना आंशिक निकासी कर सकते हैं, जिससे लचीलापन और तरलता बढ़ती है। citeturn0search10

4. व्यक्तिगत ऋण नियमों में सख्ती

SBI ने व्यक्तिगत ऋणों के लिए क्रेडिट आकलन नियमों को सख्त किया है:

  • बेहतर क्रेडिट मॉनिटरिंग: बैंक अब क्रेडिट स्कोर को मासिक के बजाय हर 15 दिनों में अपडेट करेगा।
  • सख्त ऋण स्वीकृति: जिन ग्राहकों के पास पहले से कई चल रहे ऋण हैं, उन्हें नए ऋण प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
  • उच्च जोखिम वाले उधारकर्ताओं के लिए उच्च ब्याज दरें: जो ग्राहक उच्च जोखिम में आते हैं, उन्हें अब अधिक ब्याज दरों का सामना करना पड़ सकता है। citeturn0search0

निष्कर्ष:

1 मई 2025 से लागू होने वाले इन बदलावों का सीधा असर SBI, PNB, और BOB के ग्राहकों पर पड़ेगा। अपने बैंकिंग अनुभव को सुचारु रखने के लिए इन नए नियमों की जानकारी रखें और आवश्यकतानुसार अपने वित्तीय योजनाओं में समायोजन करें।

Leave a Comment