भारत सरकार ने आधार को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए एक नया ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से अब आपको होटल, एयरपोर्ट या किसी भी सरकारी योजना के लिए फिजिकल आधार कार्ड या फोटोकॉपी की जरूरत नहीं पड़ेगी। बस आपके चेहरे से ही आपकी पहचान सत्यापित हो जाएगी।
नया आधार ऐप: क्या है खास?
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने हाल ही में एक नया “आधार ऐप” लॉन्च किया है, जिसमें यूजर्स अपने आधार डिटेल्स को QR कोड के माध्यम से शेयर कर सकेंगे। इस ऐप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें फेस ऑथेंटिकेशन (चेहरे से पहचान) की सुविधा शामिल की गई है, जिससे बिना फिजिकल कार्ड या फोटोकॉपी के आप अपनी पहचान साबित कर पाएंगे।
नए आधार ऐप की मुख्य विशेषताएं:
- फेस ऑथेंटिकेशन (Face Authentication): अब सिर्फ चेहरे की पहचान करके आधार वेरिफिकेशन किया जा सकेगा।
- QR कोड बेस्ड शेयरिंग: आप अपने आधार की जानकारी QR कोड के जरिए शेयर कर सकेंगे, जिससे डेटा चोरी का खतरा कम होगा।
- नो मोर फिजिकल कार्ड: होटल, एयरपोर्ट या बैंक में फिजिकल आधार कार्ड दिखाने की जरूरत नहीं होगी।
- पर्सनल डेटा कंट्रोल: यूजर्स अपनी निजी जानकारी को कंट्रोल कर सकेंगे और यह तय कर सकेंगे कि कौन-सी डिटेल्स शेयर करनी है।
- फर्जीवाड़े पर रोक: बायोमेट्रिक सिस्टम से फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों पर लगाम लगेगी।
नया आधार ऐप कैसे काम करेगा?
- डाउनलोड करें ऐप: सबसे पहले UIDAI के नए आधार ऐप को Google Play Store या Apple App Store से डाउनलोड करें।
- रजिस्ट्रेशन: अपने मोबाइल नंबर और आधार नंबर से लॉगिन करें।
- फेस वेरिफिकेशन: ऐप में अपना चेहरा स्कैन करके बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन पूरा करें।
- QR कोड जेनरेट करें: जहां भी आधार वेरिफिकेशन की जरूरत हो, वहां ऐप से QR कोड जेनरेट करके दिखाएं।
- सेफ डेटा शेयरिंग: आप चुन सकते हैं कि कौन-सी जानकारी (नाम, पता, फोटो आदि) शेयर करनी है।
फिजिकल आधार कार्ड की जरूरत नहीं!
अब तक, होटल चेक-इन, एयरपोर्ट सिक्योरिटी चेक, बैंक अकाउंट खोलने या सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए फिजिकल आधार कार्ड या इसकी फोटोकॉपी जमा करनी पड़ती थी। लेकिन नए आधार ऐप के आने के बाद:
- होटल में चेक-इन: सिर्फ ऐप पर QR कोड स्कैन करवाना होगा।
- एयरपोर्ट पर बोर्डिंग: फिजिकल आधार कार्ड दिखाने की जरूरत नहीं।
- बैंक/सरकारी काम: बिना फोटोकॉपी के डिजिटल वेरिफिकेशन हो जाएगा।
फर्जी आधार कार्ड पर रोक
आधार कार्ड की फोटोकॉपी के दुरुपयोग (मिसयूज) के कई मामले सामने आए हैं। कई बार फर्जी आधार कार्ड बनाकर लोन, सिम कार्ड या अन्य फ्रॉड किए जाते हैं। नए ऐप से:
- बायोमेट्रिक लॉक: सिर्फ चेहरा स्कैन करके ही वेरिफिकेशन होगा, जिससे फर्जीवाड़ा मुश्किल होगा।
- डेटा प्राइवेसी: यूजर्स अपनी जानकारी का चुनिंदा हिस्सा ही शेयर कर सकेंगे।
क्या पुराना आधार कार्ड अब बेकार हो गया?
नहीं! पुराना आधार कार्ड अभी भी वैध है, लेकिन नए ऐप की मदद से आप डिजिटल तरीके से अपनी पहचान साबित कर सकते हैं। अगर आपके पास स्मार्टफोन है, तो फिजिकल कार्ड ले जाने की जरूरत नहीं।
नए आधार ऐप के फायदे
✅ फिजिकल कार्ड की जरूरत खत्म
✅ फर्जीवाड़े पर पूरी तरह रोक
✅ डेटा शेयरिंग पर यूजर का कंट्रोल
✅ होटल, एयरपोर्ट, बैंक में आसान वेरिफिकेशन
✅ फोटोकॉपी की जरूरत नहीं
कैसे डाउनलोड करें नया आधार ऐप?
- Google Play Store या Apple App Store पर जाएं।
- “Aadhaar Official App” सर्च करें।
- ऐप डाउनलोड करके इंस्टॉल करें।
- अपने आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लॉगिन करें।
- फेस वेरिफिकेशन पूरा करें और ऐप का उपयोग शुरू करें।
निष्कर्ष
भारत सरकार का नया आधार ऐप डिजिटल इंडिया की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न सिर्फ फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी, बल्कि आम लोगों को भी बिना फिजिकल कार्ड के अपनी पहचान साबित करने में आसानी होगी। अगर आपने अभी तक यह ऐप डाउनलोड नहीं किया है, तो आज ही इसे इंस्टॉल करें और डिजिटल आधार का लाभ उठाएं!