यदि आप बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्थान से लोन लेने की सोच रहे हैं, तो आपका CIBIL स्कोर (क्रेडिट स्कोर) महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। CIBIL स्कोर से आपके क्रेडिट व्यवहार का आंकलन किया जाता है, और इसका सीधा प्रभाव आपके लोन की मंजूरी, ब्याज दर, और लोन की अन्य शर्तों पर पड़ता है। 2024 में CIBIL स्कोर को लेकर कुछ नए नियम लागू हुए हैं, जिन्हें जानना आपके लिए जरूरी है।
CIBIL Score क्या है?
CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) स्कोर एक तीन-अंकों का क्रेडिट स्कोर होता है जो 300 से 900 के बीच होता है। यह स्कोर आपके क्रेडिट इतिहास, लोन चुकाने की आदतों और अन्य वित्तीय व्यवहार पर आधारित होता है। उच्च स्कोर (750 और उससे अधिक) लोन प्राप्त करने के लिए अनुकूल माना जाता है।
नया CIBIL स्कोर नियम
2024 में, लोन देने वाली कंपनियों ने CIBIL स्कोर से संबंधित कुछ नई शर्तें और प्रथाएं अपनाई हैं:
- न्यूनतम स्कोर की अनिवार्यता: अब बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान लोन देने के लिए कम से कम 700 या उससे अधिक का CIBIL स्कोर मांग सकते हैं। यह बदलाव लोन जोखिम को कम करने के लिए किया गया है।
- ब्याज दरों में अंतर: आपका CIBIL स्कोर जितना अधिक होगा, आपकी ब्याज दर उतनी ही कम हो सकती है। उच्च स्कोर वाले ग्राहकों को अधिक अनुकूल शर्तों पर लोन मिल सकता है, जबकि कम स्कोर वाले ग्राहकों को अधिक ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है।
- पहले की भुगतान आदतें: अब लोन देने वाले संस्थान पिछले लोन चुकाने की आदतों का भी गहराई से अध्ययन करेंगे। देरी से भुगतान करने वाले ग्राहकों पर सख्त शर्तें लग सकती हैं।
- संयुक्त लोन में भी प्रभाव: यदि आप संयुक्त लोन (जॉइंट लोन) ले रहे हैं, तो अब दोनों आवेदकों का CIBIL स्कोर महत्वपूर्ण होगा। किसी एक आवेदक का कम स्कोर होने पर लोन की शर्तें कड़ी हो सकती हैं।
- क्रेडिट उपयोग दर: जिन ग्राहकों ने अपनी क्रेडिट लिमिट का अत्यधिक उपयोग किया है, उन्हें लोन लेने में कठिनाई हो सकती है। नए नियमों के अनुसार, उच्च क्रेडिट उपयोग दर वाले लोगों का CIBIL स्कोर प्रभावित हो सकता है।
CIBIL स्कोर कैसे सुधारें?
- समय पर भुगतान करें: अपने क्रेडिट कार्ड और लोन की ईएमआई का समय पर भुगतान करना आवश्यक है।
- क्रेडिट उपयोग को सीमित रखें: कोशिश करें कि आपकी क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न हो।
- पुराने लोन चुकाएं: लंबित लोन और बकाया चुकाने का प्रयास करें।
- नए क्रेडिट के लिए आवेदनों को नियंत्रित करें: बार-बार लोन के लिए आवेदन करने से बचें क्योंकि इससे आपके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
CIBIL स्कोर का महत्व
- लोन की मंजूरी: एक अच्छा CIBIL स्कोर लोन प्राप्त करने में सहायक होता है।
- ब्याज दर में लाभ: उच्च स्कोर से आपको कम ब्याज दर मिल सकती है।
- अन्य लाभ: CIBIL स्कोर का प्रभाव क्रेडिट कार्ड की स्वीकृति और उसके लाभों पर भी पड़ता है।
लोन के लिए ध्यान देने योग्य बातें
विशेषताएं | विवरण |
---|---|
न्यूनतम CIBIL स्कोर | 700 या अधिक |
ब्याज दर में छूट | उच्च स्कोर पर कम ब्याज दर |
संयुक्त लोन का नियम | दोनों आवेदकों का स्कोर आवश्यक |
समय पर भुगतान | बेहतर स्कोर के लिए समय पर चुकाना जरूरी |
निष्कर्ष
CIBIL स्कोर को लेकर नए नियम लागू होने के बाद लोन लेने के लिए यह आवश्यक हो गया है कि आप अपने स्कोर का ध्यान रखें। यह न केवल लोन की मंजूरी बल्कि उसकी शर्तों को भी प्रभावित करता है। सही वित्तीय आदतें अपनाकर और समय पर भुगतान करके आप अपने CIBIL स्कोर को मजबूत बना सकते हैं और बेहतर शर्तों पर लोन प्राप्त कर सकते हैं।