यदि आपने बैंक से लोन लिया और अब EMI नहीं भर पा रहे हैं तो ऐसे करें बैंक से बात

बैंक से लोन लेना आजकल बहुत सामान्य हो गया है, चाहे वह पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन, या एडुकेशन लोन हो। हालांकि, कई बार आर्थिक समस्याओं के कारण लोन की EMI का भुगतान करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आप बैंक से बातचीत करें और समस्याओं का समाधान ढूंढें। अगर आप भी EMI नहीं चुका पा रहे हैं, तो घबराने की बजाय कुछ कदम उठा सकते हैं जो आपको अपनी स्थिति को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि EMI नहीं भर पाने की स्थिति में बैंक से बात कैसे करें और क्या कदम उठाए जा सकते हैं, ताकि आपके कर्ज की स्थिति का समाधान हो सके।

1. तुरंत बैंक से संपर्क करें

जब आपको पता चले कि आप अपनी EMI चुकता नहीं कर पा रहे हैं, तो सबसे पहला कदम है कि आप बैंक से तुरंत संपर्क करें। इसे टालने की बजाय जितना जल्दी आप बैंक से संपर्क करेंगे, उतना ही आपके लिए अच्छा होगा। बैंक द्वारा दंड शुल्क (penalty) और ब्याज दरों का बढ़ना रोका जा सकता है।

आप बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके या ब्रांच में जाकर अपनी समस्या के बारे में बता सकते हैं। बैंक के प्रतिनिधि आपकी स्थिति को समझेंगे और समाधान देने के लिए मदद करेंगे।

2. बैंक से EMI स्थगन (EMI Moratorium) की मांग करें

कोरोना महामारी के दौरान, भारत सरकार ने कई बैंकों को EMI स्थगन योजना (EMI Moratorium) लागू करने की अनुमति दी थी। इस योजना के तहत, बैंकों ने ग्राहकों को कुछ महीनों तक EMI का भुगतान न करने की अनुमति दी थी। हालांकि, इस योजना का समय अब समाप्त हो चुका है, फिर भी आप बैंक से इस प्रकार के विकल्प के बारे में पूछ सकते हैं, जैसे:

  • EMI भुगतान स्थगित करना (कुछ महीने के लिए)

  • EMI में रियायत देना (जैसे कम EMI या छोटी अवधि)

अगर बैंक ने किसी कारण से यह योजना लागू की है या वैकल्पिक योजनाओं का प्रस्ताव दिया है, तो आप इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

3. री-स्ट्रक्चरिंग या रिवाइजिंग लोन की मांग करें

आपके लोन के रिपेमेंट में कठिनाई होने की स्थिति में आप लोन री-स्ट्रक्चरिंग (Loan Restructuring) की मांग कर सकते हैं। इसका मतलब है कि आपकी लोन की अवधि (tenure) को बढ़ाकर या EMI को कम करके एक नई भुगतान योजना बनाई जाए। यह बैंक द्वारा ग्राहकों को दी जाने वाली एक सुविधा है, जो खासतौर पर उन ग्राहकों के लिए होती है जो अस्थायी वित्तीय संकट में होते हैं।

लोन री-स्ट्रक्चरिंग के तहत आप निम्नलिखित शर्तों को बदलने के लिए बैंक से अनुरोध कर सकते हैं:

  • EMI की राशि कम करना

  • लोन की अवधि बढ़ाना

  • लोन पर ब्याज दर में बदलाव

4. ओवरड्यू लोन पर बातचीत करें

अगर आप लंबे समय से EMI का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं और आपका लोन डिफॉल्ट हो चुका है, तो बैंक से इस पर बातचीत करना महत्वपूर्ण है। कई बार बैंक अपने ग्राहकों को कर्ज की पुनर्वित्त योजना (Re-financing Scheme) देती हैं, जिससे आप अपने लोन की अवधि को बढ़ाकर या ब्याज दरों को कम करके लोन चुकता करने के लिए और समय पा सकते हैं।

आप बैंक से यह भी पूछ सकते हैं कि क्या कोई नवीन योजना है जिसमें आपको लोन चुकता करने के लिए और समय दिया जा सकता है।

5. अपनी वित्तीय स्थिति का खुलासा करें

कभी भी बैंक से बात करते समय अपनी वित्तीय स्थिति को पूरी तरह से ईमानदारी से बताएं। यह महत्वपूर्ण है कि आप बैंक को बताएं कि क्यों आप अपनी EMI चुकता नहीं कर पा रहे हैं। अगर आपकी स्थिति अस्थायी है और आप कुछ समय बाद भुगतान कर पाएंगे, तो बैंक आपकी मदद करने के लिए तैयार हो सकता है।

आप अपनी आय में गिरावट, नौकरी जाने, बीमारी, या अन्य किसी कारण से लोन की EMI चुकता करने में असमर्थ हो सकते हैं, और बैंक आपको सहायक योजनाओं के तहत मदद देने के लिए तैयार हो सकता है।

6. बकाया राशि पर भुगतान की शर्तों पर बातचीत करें

अगर आपके पास एक बड़ी बकाया राशि (outstanding amount) है, तो आप बैंक से इस पर भुगतान की शर्तों पर बातचीत कर सकते हैं। बैंक से यह अनुरोध करें कि क्या वे बकाया राशि पर छूट (discount) दे सकते हैं, या क्या वे आपको छोटे-छोटे किस्तों में बकाया राशि चुकता करने का मौका देंगे।

कई बैंक अपने कस्टमर्स के लिए इस प्रकार की योजनाएं रखते हैं ताकि वे अपने कर्ज को आसानी से चुका सकें। हालांकि, यह बैंक पर निर्भर करता है कि वे क्या शर्तें लागू करेंगे।

7. समय पर समाधान पाने के लिए पेशेवर सलाह लें

अगर आपको लगता है कि समस्या गंभीर है और आप स्वयं इसे हल नहीं कर पा रहे हैं, तो आप एक वित्तीय सलाहकार से संपर्क कर सकते हैं। पेशेवर सलाहकार आपको अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर तरीके से समझने और सही समाधान पाने में मदद कर सकते हैं।

निष्कर्ष

अगर आप अपनी EMI नहीं चुका पा रहे हैं, तो सबसे जरूरी कदम है कि आप बैंक से जल्द से जल्द संपर्क करें। बैंक आपकी स्थिति को समझेगा और आपको हल निकालने का एक रास्ता प्रदान करेगा। इसके अलावा, आप लोन री-स्ट्रक्चरिंग, EMI स्थगन या अन्य विकल्पों का भी लाभ उठा सकते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि आप समस्याओं को समय रहते बैंक के सामने रखें, ताकि आपको समाधान मिल सके।

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